बिहार सरकार चाय की खेती पर दे रही है 50-90% सब्सिडी, जानें क्या है आवेदन प्रक्रिया

केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जनता के लिए समय समय पर नई नई योजनाएं चलाई जाती है ताकि इन योजनाओं द्वारा लाभ प्राप्त करके लाभार्थी  आत्मनिर्भर बन सकें और अपना भविष्य उज्ज्वल बना सके इस बार बिहार के किसानों के लिए बिहार सरकार द्वारा चाय के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए  चाय विकास योजना शुरू की गई है.

Bihar government is giving 50-90% subsidy on tea cultivation.
Bihar government is giving 50-90% subsidy on tea cultivation.

इस योजना के तहत बिहार सरकार चाय की खेती करने वाले किसानों को 50%से90% तक सब्सिडी देगीइस योजना से लाभ प्राप्त करके किसान भाई चाय की खेती अच्छे ढंग से कर पाएंगे जिससे उत्पादन ज्यादा होगा और किसानों को लाभ भी होगा यदि आप भी चाय विकास योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढें.

बिहार चाय विकास योजना 2023-24: डिटेल्स

योजना का नाम Chai Vikas Yojana
शुरू की गई बिहार सरकार द्वारा
विभाग कृषि विभाग
लाभार्थी चाय की खेती करने वाले सभी किसान
उद्देश्य चाय क्षेत्र के विस्तार को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी प्रदान करना
सब्सिडी राशि प्रति हेक्टेयर की लागत पर 2.47 लाख रुपए
राज्य बिहार
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन
आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/

 

जाने क्या है चाय विकास योजना

चाय के उत्पादन क्षेत्र का विस्तार करने के लिए सरकार द्वारा चाय विकास योजना उन किसान भाइयों के लिए शुरू की गई है जोचाय की खेती करते है चाय की खेती करने पर किसान भाइयों को सरकार द्वारा 50-90% तक सब्सिडी भी दी जाएगी किंतु खेती करने के लिए पौधों को लगाने का खर्चा  स्वयंकिसानों को ही उठाना होगा.

जानें सब्सिडी का पैसा कैसे मिलेगा

चाय विकास योजना के तहत चाय की खेती करने वाले किसानों को 50-90% तक की सब्सिडी दी जाएगी जो कि दो किश्तों में दी जाएगी पहली किश्त चाय विकास योजना के द्वारा दी जाएगी और दूसरी किश्त किसानों को पिछले वर्ष के लगाए हुए पौधों के जीवित रहने पर दी जाएगी इसके लिए पिछले वर्ष के लगाये गए पौधे 90% तक जीवित होने चाहिए इस योजन के तहत दूसरी किस्तमें प्रति हेक्टेयर कुल लागत का 25% सब्सिडी दी जाएगी.

जाने सब्सिडी के तौर पर कितने रुपये देगी सरकार

चाय के उत्पादन क्षेत्र को बढ़ाने के लिए बिहार सरकार द्वारा चाय विकास योजना के तहत बिहार में चाय की खेती करने वाले किसानोंको4.94लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की लागत पर 2.47  लाख रुपये की सब्सिडी सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी इस सब्सिडी द्वारा चाय के उत्पादनमें वृद्धि होगी और किसानों को सहायता मिलेगी.

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सब्सिडी देने के लिए इन यंत्रों को किया गया शामिल

खेती करने के लिए किसानों को यंत्रों की आवश्यकता पड़ती है बिना यंत्रों और तकनीक के खेती करना संभव नहीं है  यंत्रों के अभाव में फसल का उत्पादन स्तर घट जाता है और किसानों को लाभ प्राप्त नहीं होता किसान भाई चाय की खेती के लिए यंत्रों का प्रयोग कर सके इसलिए सरकार द्वारा हार्टिकल्चर यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है.

  • लीफ कलेक्शन शेड मशीन पर खरीद के वास्तविक मूल्य का 50% या ₹37,500 दिए जाएंगे इसके लिए खेती करने का क्षेत्र पांच एकड़ होना चाहिए.
  • प्लकिंग शियर मशीन पर खरीद के वास्तविक मूल्य का 50% यह 11 ह़जार रुपए सब्सिडी के तौर पर दिए जाएंगे इसके लिए खेती का क्षेत्र पांच एकड़ होना चाहिए.
  • मैकेनिकल हार्वेस्टर मशीन पर खरीद के मूल्य का 50% या ₹50,000 सब्सिडी के तौर पर दिए जाएंगे इसके लिए खेती का क्षेत्र पांच एकड़ होना चाहिए.

चाय की खेती करने के लिए ऐसी ही है और कई मशीनें हैं जिनके खरीदने पर सरकार द्वारा उनके खरीद मूल्यपर 50% की सब्सिडी किसान भाइयों को प्रदान की जा रही है.

क्या है चाय विकास योजना को लागू करने का मुख्य उद्देश्य

चाय के उत्पादन क्षेत्र का विकास करने के लिए बिहार सरकार के कृषि विभाग द्वारा यह योजना  शुरू की गई है जिसका मुख्य उद्देश्य चाय के उत्पादन क्षेत्र को बढ़ाना है इसके लिए किसानों को अनुदान राशि प्रदान की जाएगी जिससे किसान नई तकनीकों का प्रयोग करके अच्छी फसल उगा सके इससे चाय उगाने वाले किसानों को लाभ मिलेगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी.

जानें चाय विकास योजना से होने वाले लाभ

चाय विकास योजना को लागू करने से कई सारे लाभ है इस योजना से चाय के उत्पादन क्षेत्र का विकास होगा  इस योजना के तहत किसानों को धनराशि प्रदान की जाएगीजो कि लाभार्थी के बैंक खाते में  डीबीटी के माध्यम से प्रदान की जाएगी जिससे किसानों को चाय की खेती करने में आसानी होगी सब्सिडी के तौर पर लागत का 50-90 प्रतिशत दिया जाएगा किसान भाइयों को प्रति हेक्टेयर की लागत पर 2.47 लाख रुपये सब्सिडी के तौर पर सरकार द्वारा प्राप्त होंगेइसयोजना से चाय की खेती कर रहे किसानों की आर्थिक स्थित में सुधार होगा.

जाने चाय विकास योजना के लिए क्या पात्रता

चाय विकास योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार में निम्नलिखित पात्रताएं होनी चाहिए.

  • यह योजना बिहार के मूल निवासी किसानों के लिए शुरू की गई है इसलिए उम्मीदवार बिहार का मूल निवासी होना चाहिए.
  • इस योजना के तहत सिर्फ उन्हीं किसानों को लाभ दिया जाएगा जो चाय की खेती कर रहे हैं इसके अलावा और किसी प्रकार के किसान को लाभ नहीं दिया जाएगा.
  • इस योजना का लाभ देने के लिए सरकार द्वारा पांच एकड़ से 10 एकड़ तक का क्षेत्र निर्धारित किया गया है यदि इतने क्षेत्र में किसी किसान द्वारा चाय की खेती की जा रही है तो उसे लाभ दिया जाएगा.

जानें चाय विकास योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किन ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता है

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार के पास निम्नलिखित दस्तावेज होने आवश्यक हैं जिनके अभाव में आप इस योजना का लाभ प्राप्त नहीं कर सकते हैं-

  • खेती से संबंधित दस्तावेज
  • आधार कार्ड
  • किसान कार्ड
  • आय प्रमाणपत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक अकाउंट पासबुक
  • चालू मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो आदि

यदि आपके पास ये सभी दस्तावेज़ हैं तो आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं.

चाय विकास योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा इसके लिए सिर्फ वही किसान आवेदन कर सकते हैं जो बिहार से हैं और चाय की खेती करते हो तो आइये जानते हैं आवेदन प्रक्रिया-

  • इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए सबसे पहले आपको कृषि विभाग बिहार सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाना होगा.
  • वेबसाइट पर होम पेज में schemes के ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद सभी योजनाओं के नाम दिखाई देंगे इनमें से आपकोचाय विकास योजना के आवेदन का ऑप्शन दिखेगा जिस पर क्लिक करना होगा.
  • उसके बाद सभी जानकारीयों को पढ़कर एग्री एंड कंटिन्यू के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
  • इसके बाद स्क्रीन पर एक नया पेज खुलेगा जिसके बाद आपके आवेदन के प्रकार का चयन करके किसान पंजीकरण संख्या दर्ज करनी होगी और सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा.
  • इसके बाद आवेदन फार्म खुलकर आएगा जिसमें पूछी गई सभी जानकारीयों को ध्यानपूर्वक दर्ज करना होगा और मांगे गए दस्तावेज भी अपलोड करने होंगे.
  • इसके बाद समिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा और प्राप्त रसीद को प्रिंट करके अपने पास सुरक्षित रखना होगा.
  • इन सभी प्रक्रियाओं द्वारा आप चाय विकास योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको चाय विकास योजना से संबंधित पूरी जानकारी दी है इसके अलावा अगर आप किसी अन्य योजना के बारे में जानकारी चाहते हैं तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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